Recent Posts

2013 में शुरु हुआ सीवर प्रोजेक्ट का काम 11 साल बाद भी अधूरा, मैन लाइन कम्पलीट लेकिन टेस्टिंग में लगेगा समय, प्रोजेक्ट की राशि 67 करोड़ से बढ़ने बढ़ने हुई 111 करोड़

शुक्रवार, 23 अगस्त 2024

2013 में शुरु हुआ सीवर प्रोजेक्ट का काम 11 साल बाद भी अधूरा, मैन लाइन कम्पलीट लेकिन टेस्टिंग में लगेगा समय, प्रोजेक्ट की राशि 67 करोड़ से बढ़ने बढ़ने हुई 111 करोड़

सीवर प्रोजेक्ट की धीमी गति

शिवपुरी। शिवपुरी में सीवर प्रोजेक्ट की धीमी गति के चलते 11 साल बाद भी यह प्रोजेक्ट अभी अधूरा बना हुआ है वही प्रोजेक्ट में खर्च होने वाली राशि भी बढ़ते बढ़ते 67 करोड़ से लेकर अब 111 करोड़ हो चुकी है लेकिन प्रोजेक्ट का काम पूरा होने का नाम नहीं ले रहा है। अभी कुछ दिन पहले ही केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ हुई अधिकारियो की बैठक में भी इस मुददे पर चर्चा हुई थी। हालांकि पिछले हफते इस प्रोजेक्ट की मैन लाइन कम्पलीट हो चुकी है लेकिन इसके बाद भी अभी टेस्टिंग कब होगी इसका पता नहीं है इसमे कितना समय लगेगा कनेक्शन कब होगा अधिकारी इस पर स्पष्ठ जवाब नहीं दे पा रहे है। ऐसे में अभी भी तारीख मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। जनता को सीवर लाइन कनेक्शन कब तक मिलेंगे, अभी यह भी तय नहीं हो सका है। पीएचई के ईई का कहना है कि नगर पालिका डीपीआर बना रही है। डीपीआर स्वीकृत होते ही, टेस्टिंग होगी और टेस्टिंग पास होते ही लाइन नगर पालिका को हैंडओवर हो जाएगी, इसके बाद आगे की सारी प्रक्रिया नगर पालिका द्वारा की जाएगी।

सुस्त प्रोजेक्ट और जंग खा रहीं करोड़ों की मशीनें
यहां बताना होगा कि ठेकेदार ने ट्रीटमेंट प्लांट तो बनाकर तैयार कर लिया और वहां मशीनें भी सालों पूर्व लग चुकी हैं। इधर पाइप लाइन बिछाने का काम इतनी धीमी गति से चल रहा है कि प्लांट पर लगी मशीनें ट्रीटमेंट करने से पहले ही जंग खाने लगी हैं। ऐसे में अगर ट्रीटमेंट प्लांट शुरू होने के उपरांत अगर मशीनों में खराबी आना शुरू हो जाए तो कोई बड़ी बात नहीं होगी।

18 महीने तक ठेकेदार ही चलाएगा प्लांट
अधिकारियों कि मानें तो प्रोजेक्ट की शर्तों के अनुसार परियोजना पूरी होने के उपरांत 18 महीने तक दिल्ली की उसी एजेंसी जैन एंड राय कंपनी को यह सीवर प्रोजेक्ट चलाना है, जिसने इसका निर्माण किया है। ऐसे में ट्रीटमेंट प्लांट पर मशीनों में खराबी आदि का मसला शासन को नहीं देखना है। 18 महीने पर प्रोजेक्ट नगर पालिका को हैंडओवर किया जाएगा, उसके बाद यह तय होगा कि नगर पालिका प्लांट खुद चलाती है या फिर किसी और को ठेके पर देती है।

अभी भी यह होना है
2013 में जब शिवपुरी की यह सीवर परियोजना शुरू हुई थी तो शहर की जनता को तारीख दी गई थी कि यह परियोजना महज 21 महीने में पूरी हो जाएगी। इसके बाद तारीख पर तारीख मिली परंतु परियोजना 11 साल बाद इस प्रोजेक्ट की सिर्फ मैन लाइन डलकर कम्पलीट हुई है। अभी ट्रीटमेंट प्लांट पर विद्युत कनेक्शन होना है, विद्युत कनेक्शन होने के उपरांत सालों पहले लग चुकी प्लांट की मशीनों की स्थिति की टेस्टिंग होना है। नपा की डीपीआर स्वीकृत होने के उपरांत सीवर की मैन लाइन की टेस्टिंग होना है। डीपीआर के आधार पर कनेक्शनों की संख्या का निर्धारण हो सकेगा। नगर पालिका इसके आधार पर शहर में सीवर के कनेक्शन प्रदान करेगी।

आपने कहा
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कलेक्ट्रेट में कुछ दिन पहले हुई बैठक में भी इस प्रोजेक्ट पर बात हुई थी प्रोजेक्ट का काम 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है टेस्टिंग में कितना टाइम लगेगा क्लीयर नहीं बता सकते है टेस्टिंग के बाद काम नगर पालिका को हैंड ओवर कर दिया जाएगा इसके बाद नगर पालिका अपने हिसाब से कनेक्शन करेंगी।
एलपी सिंह ईई पीएचई विभाग

एलपी सिंह ईई पीएचई विभाग



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें