जिले में गौशाला निर्माण में खर्च हुई 90.15 करोड़ की राशि, फिर भी सड़क हादसो में 50 से अधिक गौवंशों की मौत, चदनपुरा गौशाला में खाली पडी पानी की टंकी प्यासे लौटे गौवंश वीडियो वायरल
चंदनपुरा गौशाला में खाली पडी पानी की टंकी प्यासे लौटे गौवंश
शिवपुरी में कटमई से आगे चनदनपुरा गौशाला स्थ्ीत है जिसकी रविवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुई जिसमें देखा गया कि गौशाला में गौवंश पानी पीने आते है लेकिन पानी नहीं होने के कारण गौवंशो को प्यासे लौटना पडता है वही पानी की टंकी में चौई जामी हुई नजर आई, दूसरी ओर गौशाला में गाये नहीं मिली, पूरी गौशाला खाली नजर आई वही गौशाला के बहार देखा गया तो गौवंश गौशाला के बहार खुले घूप रहे थे गौशाला में गौवर पडा हुआ था साथ ही गंदगी भी देखने को मिली इस गौशाला में 64 गौवंश दर्ज है सरकार के नियम अनुसार एक गौवंश को 20 रुपए प्रतिदिन चारे के लिए दिया जाता है इसके हिसाव से एक माह में इस गौशाला को करीब 38,400 रुपए का भुगतान होता है। इस गौशाला का निर्माण वर्ष 2020 - 21 में सरपंच हरि सिंह और सचिव दीपक शर्मा ने 37.8400 लाख रुपये में कराया था।
लुधावली गौशाला से गायव थी गाये, भूसे में मिला था गोवर
नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने 4 सितंबर को लुधवली गौशाला को औचक निरीक्षण किया था जिसमें उन्होने बताया कि रजिस्टर में दर्ज गाये से करीब 700 गाये कम मिली थी और गाये के भूसे में गोवर मिला पाया गया था साथ ही गाये को बैठने की भी व्यवस्था नहीं थी गाये को दलदल से गुजनरा पड रहा था कुछ गाये कीचड में सनी मिली थी वही गायो की पीने के पानी की टंकी में चोई जमी मिली थी वही टंकी में चौई का गंदा पानी भरा हुआ था इस मामले को लेकर गाय9ी शर्मा गौशाला संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए देहात थाने पहुंची थी इसके बाद पुलिस ने आवेदन की जांच कर कार्यवाही करने के लिए कहा था ।
करैरा और कोलारस विधानसभा क्षेत्र में पिछले दो माह में 45 से अधिक गाये की मौत
गौ सेवक कल्लू महाराज ने बताया कि दिनारा थाना क्षेत्र से दतिया-झांसी जैसे शहर निकटतम होने के चलते ट्रैफिक अधिक रहता है। इस क्षेत्र में हाईवे किनारे गांव भी बसे हुए हैं। ग्रामीणों के मवेशी बारिश के दिनों में सड़क पर आकर बैठ जाते हैं। जिससे आय दिन सड़क दुर्घटना हो रही है। पिछले तीन दिनों के भीतर 17 गाय सड़क दुर्घटना का शिकार होकर काल के गाल में समा चुकी है। कल्लू महाराज ने बताया कि दिनारा बड़ी पंचायत है जल्द ही नगर परिषद में होने वाली है। इस क्षेत्र ने सबसे ज्यादा गौ वंश सड़क दुर्घटना का शिकार होता है। इसके बावजूद इस पंचायत में गोशाला को स्वीकृति नहीं मिल सकी है। बता दें कि दिनारा के गौ-सेवकों ने दिनारा में गौशाला बनवाने की मांग भी सीएम मोहन यादव और शिवपुरी कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी से की है। वही कोलारस विधानसभा क्षेत्र में पिछले 2 महा में 30 से अधिक गायों की मौत सड़क हादसे में हो चुकी है।
इन सड़क मार्गो पर बैठते हैं गोवंश
शिवपुरी जिले से 2 फोरलेन हाइवे गुजरे है जिन पर अधिकाश गोवंश बैठते है मानसून काल में कीड़े और कीचड से बचने के लिए निराश्रित गोवंश सड़कों पर बैठना शुरू देता है। जिले की कोलारस विधानसभा और करेरा विधानसभा की सीमा से गुजरने वाले दोनो हाईवो पर लगातार गोवंशो की सड़क दुर्घटना में मौते हो रही है। इन दोनो हाईवो पर पिछले एक माह में करीब 45 से ज्यदा गोवंशे की सड़क हादसों में जान जा चुकी है। पचावली के पुल पर बैठी रहती हैं सैकड़ों गाय भले ही कलेक्टर ने सड़क से गाय को हटाने के निर्देश जारी किये हैं। भले ही पशुपालन विभाग ने कलेक्टर के सामने सैकड़ों गायों को सड़क से हटाकर गोशाला पहुंचाने के आंकड़े बताये हो लेकिन धरातल से कुछ और भी तस्वीर निकलकर आ रही है। बता दें रख्नौद थाना क्षेत्र के पचावली गांव में सिंध नदी पर बने पल पर सैकड़ों गायों को एक साथ बैठा हुआ देखा जा सकता है। जबकि यह मार्ग रन्नौद से होकर पिछोर और ईसागढ़, अशोकनगर से लेकर भोपाल को जोड़ता है। इसके बावजूद पुल के ऊपर बैठी गायों को हटाने का कार्य नहीं किया गया है।
आपने कहा
गौशालाओं को चलाने के लिए कोई राजी नहीं हो रहा है बडी मुशकिल से वह गौशाला चला रहे है कलेक्टर सहाब ने सचिवो को हाईवे पर बैठने वाली गौवंशो को नजदीक की गौशाला में पहुंचाने का काम दिया था पशु पालन विभाग का काम है घायल गौवंशो का उपचार करना और उन्हे शासन से आने वाली राशि का दाना चारा उपलब्ध कराना समय समय पर हमारे डॉक्टरो के व्दारा गौशालाओं का निरीक्षण किया जाता है। डॉ. एम.सी. तमोरी जिला पशु पालन अधिकारी शिवपुरी
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