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जर्नलिस्ट्स यूनियन ऑफ मध्य प्रदेश पर विवाद इस पर हो सकता है ममला दर्ज, यहां पढ़िए कौन सही कौन गलत

शुक्रवार, 27 सितंबर 2024

जर्नलिस्ट्स यूनियन ऑफ मध्य प्रदेश (जंप) संगठन में विवाद, दोनों पक्षों ने किया अपने दावों का समर्थन - जंप संगठन का विवाद अब न्यायालय की ओर बढा



मोहन सिंह
शिवपुरी। मध्य प्रदेश में पत्रकारों के संगठन जर्नलिस्ट्स यूनियन ऑफ मध्य प्रदेश (जंप) के प्रादेशिक सम्मेलन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. नवीन आनंद जोशी ने आरोप लगाया है कि कुछ निष्कासित सदस्यों ने फर्जी लेटरहेड और लोगो का इस्तेमाल कर दुष्प्रचार किया है। वहीं, एक अन्य धड़े के प्रदेश अध्यक्ष खिलावन चंद्राकर ने औद्योगिक न्यायालय, भोपाल के आदेश का हवाला देकर खुद को संगठन का वास्तविक प्रदेश अध्यक्ष बताया है।

अब जानते है संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. नवीन आनंद जोशी का पक्ष
डॉ. नवीन आनंद जोशी के अनुसार, 30 सितंबर को आयोजित होने वाला प्रादेशिक सम्मेलन ग्वालियर संभाग के संयोजक लक्ष्मण सिंह रावत के नेतृत्व में हो रहा है, जिसमें देशभर के प्रतिष्ठित पत्रकार और जंप के सदस्य शामिल होंगे। डॉ. जोशी ने बताया कि कुछ निष्कासित सदस्य फर्जी लेटरहेड और लोगो का उपयोग कर संगठन के खिलाफ अफवाह फैला रहे हैं। उन्होंने इन विघ्नसंतोषी तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की घोषणा करते हुए कहा, हमने सक्षम न्यायालय में इन फर्जी प्रचार करने वालों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया है। हमारा संगठन पूरी तरह एकजुट है, और इस तरह के प्रयास हमारे उद्देश्य को कमजोर नहीं कर सकते। डॉ. जोशी ने पत्रकारों से अपील की कि वे झूठी अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रादेशिक सम्मेलन का हिस्सा बनें। उन्होंने यह भी कहा कि यह आयोजन संगठन की प्रतिष्ठा को और मजबूती देगा।

खिलावन चंद्राकर का दावा
दूसरी ओर, खिलावन चंद्राकर ने औद्योगिक न्यायालय मध्य प्रदेश खंडपीठ भोपाल के एक आदेश की प्रति जारी करते हुए नवीन आनंद जोशी के दावों का खंडन किया है। उनके अनुसार, वे ही जंप के वास्तविक प्रदेश अध्यक्ष हैं और उनकी अध्यक्षता में संगठन की गतिविधियां संचालित हो रही हैं।
चंद्राकर ने शिवपुरी जिला इकाई में अजय राज सक्सेना को जिला संयोजक और मणिका शर्मा को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है। उन्होंने कहा, हमारा संगठन वैध है और औद्योगिक न्यायालय के आदेश ने हमारे पक्ष को मजबूती दी है। नवीन जोशी और उनके सहयोगियों द्वारा फैलाए गए झूठे दावों का हम कानूनी और संगठनात्मक रूप से जवाब देंगे।

विवाद का कानूनी पक्ष
विवाद के कानूनी पहलू को देखते हुए, मामला अब औद्योगिक न्यायालय के आदेश और संगठन की वैधता पर केंद्रित हो गया है। दोनों पक्ष अपने-अपने दावों को सही साबित करने में जुटे हुए हैं। डॉ. जोशी ने जहां फर्जी प्रचार के खिलाफ मुकदमा दायर किया है, वहीं खिलावन चंद्राकर ने न्यायालय के आदेश का हवाला देकर खुद को प्रदेश अध्यक्ष साबित करने की कोशिश की है। मध्य प्रदेश के पत्रकार संगठन जंप में नेतृत्व को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। एक ओर, डॉ. नवीन आनंद जोशी अपनी स्थिति को संगठन की वैध इकाई मानते हैं, तो दूसरी ओर, खिलावन चंद्राकर न्यायालय के आदेश का आधार लेकर अपने दावे को मजबूत कर रहे हैं। यह देखना बाकी है कि कानूनी लड़ाई के बाद यह विवाद किस दिशा में जाएगा। फिलहाल, दोनों पक्ष अपने-अपने समर्थकों को संगठित रखने में जुटे हुए हैं, जबकि पत्रकार जगत में इस मुद्दे पर तीव्र चर्चा हो रही है। आगामी प्रादेशिक सम्मेलन और इससे जुड़ी गतिविधियों पर इस विवाद का क्या प्रभाव पड़ेगा, यह आने वाले समय में साफ होगा।

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