ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग में कोलारस बदरवास के बाद अब पोहरी बैराड़ में मनरेगा योजना के तहत होने वाले कामों मैं सब इंजीनियर हरीश शर्मा व ऐई मुकेश जैन बरत रहे भारी अनियमितताएं, कही तलैया को बनाया नया तालाव तो कही गुणवत्ताहीन कार्य का किया लाखों रुपए का भुगतान, सब इंजीनियर हरीश शर्मा के कार्यों की जांच की जाए तो करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार का होगा खुलासा
शिवपुरी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव प्रदेश में कई योजना चलाकर किसानों को लाभ पहुंचाने व ग्रामीण क्षेत्र में विकास कराने का अथक प्रयास कर रहे है, लेकिन क्या विभाग में बैठे अधिकारी उनके प्रयास को सफल बनाने का काम कर रहे है...? तो इसका जबाव है नहीं क्योकि ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग में पहले ही सहायक इंजीनियर व सब इंजीनियर और एई की बजह से मनरेगा योजना के कमो में भारी अनियमित्ताओ की बजह से करोड़ो रुपये का घोटाला हो चुका है लेकिन फिर भी अधिकारी बांज नहीं आ रहे है लगातार एई सहायक इंजीनियर व सब इंजीनियर के द्धारा मनरेगा के कामो में नियम व शर्तो को ताक पर रखकर दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है लगातार कामो का विभाग द्धारा बिना जांच पड़ताल के लाखो रुपये का भुगतान भी किया जा रहा है अगर पोहरी ब्लोक में हुए कमो की जांच टीम गठित कर कि जाए तो करोड़ो रुपये का भ्रष्टाचार उजागर होगा।
21.95 लाख रुपये का भुगतान
केस 1. पोहरी जनपद पंचायत कि ग्राम पंचायत बमरा के पाठनपुर गांव में अमृत सरोवर योजना के तहत नवीन तालाब निर्माण कराने के लिए विभाग से 49. 80 लाख रुपये की राशि सेशन हुए है लेकिन अधिकारियों कि मिली भगत की बजह से भ्रष्टाचार कर पुरानी तलैया को कागजों में नया तालाब बनाकर दर्शा दिया, पुरानी तलैया से ही लाल मुरम खोदकर तलैया की पार बना दी वही ठंडो के दिनो में भी तलैया में पानी की एक बूंद भी नहीं है। खास बात यह है कि सहायक इंजीनियर मुकेश जैन (एई) व सब इंजीनियर हरीश शर्मा की मिली भगत से पोहरी ब्लॉक में लगातार भ्रष्टाचार हो रहा है सब इंजीनियर हरीश शर्मा के द्धारा इस तालाब की बिलएमवी बनाकर विभाग में दी गई जिसमें अभी तक 21.95 लाख रुपये का भुगतान विभाग के द्धारा किया जा चुका है।
2.94 लाख रुपये का भुगतान
केस 2. पोहरी जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत उपसिल के देवरीखुर्द गांव में भोजपुर गांव से देवरीखुर्द गांव तक जाने के लिए एप्रोच (सिंदूर सड़क) निर्माण कार्य कराने के लिए विभाग से 34.05 लाख रुपये कि राशि सेशन हुई है लेकिन विभाग के अधिकारियो की मिली भगत से इस रोड़ पर करीब 50 मीटर तक ही लाल मुरम डाली जा सकी है विभाग के अधिकारी सहायक इंजीनियर व सब इंजीनियर ने न तो रोड़ का निरीक्षण किया और न ही जाच पड़ताल की, बिना जांच के ही विभाग में बिलएमवी बनाकर दी जा रही है और विभाग से लगातार इस रोड़ का भुगतान किया जा रहा है अभी तक 2.94 लाख रुपये कि राशि का भुगतान हो गया है।
1.63 लाख रुपये की राशि का भुगतान
केस 3. पोहरी जनपद पंयायत की ग्राम पंचायत अगर्रा के भावखेड़ी गांव में नवीन तालाब निर्माण कार्य के लिए विभाग से 71. 40 लाख रुपये की राशि सेशन हुई है लेकिन तालाव निर्माण के नाम पर लाखो रुपए का भ्रष्टाचार किया जा रहा है गांव के पास से गुजरी झील के पानी को एक तरफ से लाल मुरम से रोक दिया और कागजो में नवीन तालाब निर्माण कार्य दर्शा दिया तालाब की पार पर न तो पत्थर लगाए गए है और ना ही पार में पानी की निकासी के लिए कोई गेट बनाया गया है केवल एक तरफ लाल मुरम से पानी के बहाव को रोका गया है तालाब निर्माण कार्य में नियम व शर्ताे को ताक पर रखा गया है विभाग से इस कार्य के भी 1.63 लाख रुपये की राशि का भुगतान किया जा चुका है।
आपने कहा
आपके द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया है हम इस मामले में एई को पत्र जारी कर जांच करा लेते है अगर ऐसा है तो जांच कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
जीके श्रीवास्तव ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग शिवपुरी
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