प्राइवेट स्कूल में आप भी पढ़ा सकते हैं अपने बच्चों को मुफ्त में, इसमें पढ़ें पूरी जानकारी


इंदौर >> मुफ्त शिक्षा के लिए 4200 छात्रों की खुली लॉटरीले, किन तीन हजार छात्र ही स्कूलों में प्रवेश के लिए अब तक पहुंचे… और आज पंजीयन का अंतिम दिन

इंदौर (Indore)। एक ओर तो पढ़ाई के खर्च को लेकर अभिभावक (Guardian) परेशान रहते हैं, लेकिन खुद इतने अनपढ़ होते हैं कि सरकारी योजनाओं का लाभ ही नहीं ले पाते। निजी स्कूलों में नि:शुल्क शिक्षा की सरकारी योजना के लिए अभिभावकों ने इतनी कम रुचि दिखाई कि पहले तो आवेदन ही कम आए। उसके बाद लॉटरी में निकले छात्रों में से केवल 75 फीसदी ही स्कूलों में प्रवेश लेने पहुंचे, जबकि आज पहले दौर में प्रवेश लेने वाले छात्रों के स्कूलों में पंजीयन का अंतिम दिन है।


इंदौर जिले में निजी स्कूलों में नि:शुल्क शिक्षा के लिए करीब 12 हजार सीटें आरक्षित हैं। इसके लिए पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन लिए गए थे। 8900 अभिभावकों ने अपने बच्चों के लिए निजी स्कूल में प्रवेश के लिए आवेदन किए थे जिनमें से 7050 आवेदन ही सही पाए गए। सत्यापन के बाद 4200 छात्रों के निजी स्कूल में प्रवेश के लिए लॉटरी में नाम सामने आए थे। 10 अप्रैल तक इन छात्रों के अभिभावकों को दस्तावेज लेकर स्कूल में पंजीयन कराना था, लेकिन अभी तक करीब 3000 छात्रों के अभिभावक स्कूल पहुंचे। आज स्कूलों में पंजीयन कराने का अंतिम दिन है।

जो पहले दौर में नहीं कर सके आवेदन उनको मिलेगा एक और मौका, 2 दिन बाद फिर से कर सकेंगे आवेदन

नि:शुल्क शिक्षा अधिकार अधिनियम के अंतर्गत पहले दौर के प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। 12 अप्रैल से दूसरे दो की प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी, जो अगले 3 दिन यानी 15 अप्रैल तक जारी रहेगी। पहली बार राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि जो पहले आवेदन नहीं कर पाए थे वह अभिभावक अपने बच्चों को निजी स्कूल में प्रवेश दिलाने के लिए आवेदन दे सकते हैं। साथ ही जिन अभिभावकों ने अपने नाम-पते या स्थान संबंधी जानकारियां ठीक से जमा नहीं की थीं, उनके लिए एक और मौका दिया जाएगा।