कोलारस रेंज में शिकायतों के बाद में भी नहीं थम रहा अवैध पेड़ों की कटाई का सिलसिला वन विभाग की मिली भगत या फिर कार्रवाई से कांप रहे हाथ
कोलारस रेंज से 10 दिनों में तीन मामले आये सामने: पेडों की कटाई कर जमीन को बनाया जा रहा खेती करने योग: कार्यवाही पर चुप है रेंजर कृतिका शुक्ला
शिवपुरी, शिवपुरी जिले के कोलारस वन विभाग से पिछले 10 दिनों के भीतर तीन मामले सामने आये है। कोलारस रेंज मे लगातार पेड़ों की कटाई की जा रही है। इसकी लगातार शिकायतें मिलने के बाद भी अधिकारी कार्यवाही का नाम नही ले रहे हैं। यहां तक इसकी शिकायत ग्रामीणों के द्वारा डीएफओ तक भी कि गई हैं इसके बाद भी अवैध रूप से पेड़ों की कटाई कर रहे दबंग लोगों पर कार्यवाही नहीं की गई न ही उन्हें रोका जा रहा है।
कार्यवाही न होने का मतलब है। कि यह सब रेंजर कृतिका शुक्ला की मिलीभगत से चल रहा हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कहीं आदिवासियों की जमीनो को दबंग हड़प रहे है। तो कही दबंग हरे भरे पेड़ों की कटाई कर जमीन को समतल कर खेती करने योग बना रहे है।
आज यह आया मामला सामने
आज कोलारस वन विभाग के ग्राम खजूरी रामपुरा थाना तेंदुआ के रहने वाले आदिवासियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत करते हुए बताया कि ग्राम कुदौनिया गणेश एवं देहरौद के धाकड व रावत समाज के लोगों ने बाहर से भीलों को लाये है। जो की रात के समय सरकारी जमीन पर खड़े पेडों की कटाई करते है।
जिससे गांव के दबंग उस पर आगे खेती कर सकें। यह लोग गांव के दबंग लोगों के यहा निवास करते है। वह लोग ही इन लोगो को बाहर से लाये है। जब आदिवासी लोगों ने उन्हें रोका तो ग्राम कुदौनिया गणेश के निवासी उदयराज धाकड, प्रदीप धाकड, अतर सिंह धाकड़ एवं ग्राम देहरौद के निवासी रामभरत धाकड़ हल्के रावत, जितेंद्र रावत प्रमोद रावत आदि लोगों ने उनके साथ मारपीट करदी। इसकी सूचना पुलिस को दी गई लेकिन पुलिस मौके पर तो पहुंची लेकिन पुलिस ने मारपीट करने वालों के लिखफ कोई कार्यवाही नही कि है।
यहां भी काटे जा रहे हैं हजारों पेड़
शिवपुरी जिले के कोलारस वन विभाग के कोटा नाका पंचायत का में एक विशेष समाज के लोगों के द्वारा हजारों पेडों की कटाई की जा रही है। साथ ही वन विभाग की जमीन को खेती करने योग्य बनाया जा रहा हैं इससे प्रशासन बेखबर नजर आ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग आदिवासियों के द्वारा जंगल को कटवा रहा है। जगल की हजारों बीघा जमीन को समतल किया जा रहा है। इसकी शिकायत डीएफओ तक की गई है। लेकिन कुछ भी नही हुआ वन विभाग वाले आते हैं और चले जाते है। इसलिए इन पेंडे की कटाई के बारे में वन विभाग बखूबी जानता है।
यहां पीड़ित की जमीन को छीनने का प्रयास कर रहे गांव के दबंग
आपको बतादे की 19 अगस्त को भी कोलारस के ग्राम मोराई चक्क भैडारी का एक मामला सामने आया था लक्ष्मण जाटव ने बताया कि वह पिछले 10 साल से वन विभाग की जमीन को कर रहा था उसने बताया की इस जमीन के मामले को लेकर में 10 वर्ष पहले वन मंत्री तक गया था इसके बाद उन्होने मुझे लिखकर दिया था तब से में इस जमीन पर खेती कर रहा हूॅ। लेकिन गांव के रहने वाले भरत यादव परमाल यादव वन विभाग से मिल कर मेरी जमीन को हड़पने की कोशिश की गई थी वन विभाग ने मेरे परिवार के साथ मारपीट भी की थी जिससे मेरे परिवार के लोग गंभीर घायल हो गए।
यहां उठे थे रेंजर कृतिका शुक्ला पर सवाल
कोलारस वन विभाग में कुछ महीनों पहले एक मामला भी सामने आया था मामला यह था कि कोलारस वन विभाग में सरकारी योजना के माध्यम से प्लांटेशन में पेड़ पौधे लगाए गए थे जिसकी बाउंड्री बॉल मजदूरों के द्वारा की जा रही थी लेकिन कोलारस रेंज कृतिका शुक्ला पर आरोप लगे थे कि स्थानीय मजदूरों पर काम न कराते हुए इस काम के लिए राजस्थान से कम रेट पर मजदूर लाने गए है। जिसमे रेंजर कृतिका शुक्ला ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि ऐसी बात नही हैं। राजस्थान से मजदूर लाने की बात झूठी है। और मजदूरों को सरकार द्वारा निर्धारित रेट के आधार पर ही मजदूरी उनके खाते में दी जा रही है।
कार्रवाही से चूक रहे अधिकारी, ऊपर तक हो चुकी है। शिकायत, फिर भी नहीं कोई कार्यवाही
सवाल यह उठता है। कि आखिर वन विभाग शिवराज सिंह चौहान के सपनों पर पानी क्यों फेर रहा है। क्योंकि एक तरफ मुख्यमंत्री प्लांटेशन के माध्यम से पेडों को लगाने का काम कर रहे हैं। वही दूसरी तरफ वन विभाग के आला अधिकारी पेडो की हो रही अवैध कटाई पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। आखिर कब होंगी कार्यवाही कब रुकेगा अवैध कटाई का कारोबार..