कांग्रेस को शिवपुरी विधानसभा सीट को फतेह करना है तो युवा नेता को उतारना होगा मैदान में

शिवपुरी विधानसभा से भाजपा से यशोधरा तो कांग्रेस के लिए गुड लक साबित हो सकते हैं युवा नेता अमित शिवहरे




शिवपुरी मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की आहट शुरू हो चुकी है इसी क्रम मे भाजपा ने अपनी पहली सूची जारी भी कर दी है। इस सूची मे शिवपुरी जिले की पिछोर विधानसभा सीट पर प्रीतम लोधी को तीसरी बार मौका दिया गया है। वही शिवपुरी जिले की अब चार विधानसभा सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार तय होना बाकी है।

अब बात करते है मैन शिवपुरी विधानसभा सीट की

शिवपुरी विधानसभा सीट से काफी लंबे समय से भाजपा की प्रत्याशी मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया चुनाव लडती आ रही है और इस बार भी अनुमान लगाया जा रहा है। कि वह शिवपुरी विधानसभा सीट से ही चुनाव लडेगी। इस सीट पर चुनाव लडने के लिए भाजपा के कई नेता अपनी नजरे गढ़ाए बैठे है। लेकिन हर बार मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया इस सीट से प्रत्याशी घोषित  होती है। लेकिन बात अगर कांग्रेस के पत्याशी की करे तो कांग्रेस में कई नेता है जो इस सीट से चुनाव लड़ना चाहते है। लेकिन बात यह है कि इस सीट पर कांग्रेस को एक साफ छवि वाले प्रत्याशी की तलाश हैं।

कांग्रेस में युवा चैहरा कौन है पहला नाम

शिवपुरी विधानसभा सीट से कांग्रेस को अगर युवा प्रत्याशी की तलाश है तो सबसे पहला नाम अमित शिवहरे का आता है। अमित अभी युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष है। साथ ही शहर में किसी पहचान के मोहताज नहीं है। इसके अलावा एक साफ छवि के युवा नेता है। अमित शिवहरे काफी लंबे समय से राजनीति में अपनी पकड़ बनाए रखे है। सूत्र बताते हैं अमित शिवहरे की पकड मध्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष कमलनाथ से लेकर राहुल गांधी तक है। इस बार अमित शिवहरे शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर रहे है।

इस सीट से और भी कांग्रेस के नेता है जो टिकट की चाहत रखते है। लेकिन अगर कांग्रेस को शिवपुरी विधानसभा सीट को अपने पाले में करना है तो सबसे अच्छा चेहरा साबित होगे अमित शिवहरे,कांग्रेस में यह नेता भी युवा नेता की लिस्ट में
 है शामिल जिनमें मोहित अग्रवाल, आलोक शुक्ला आदि 

यह हो सकते है। कांग्रेस से पुराने कद्दावर नेता प्रत्याशी

शिवपुरी विधानसभा सीट से कांग्रेस को अगर पुराने नेताओं की तलाश हैं तो यह नाम भी सामने आ रहे है। सबसे पहला नाम इसमें राकेश गुप्ता का हैं जो हाल ही में भाजपा से कांग्रेस में घर वापसी कर चुके है। दूसरा नाम गणेश गौतम का है। जो कांग्रेस के वरिष्ट नेता माने जाते हैं। जो लंबे समय से कांग्रेस पार्टी में अपनी पकड़ बनाये हुए है। तीसरा नाम इसमे जगमोहन  सिंह सेगर का आता है। जो पूर्व में नगर पालिका अध्यक्ष भी रह चुके है। उनके कार्यकाल में शहर में काफी विकास हुआ था चौथा नाम इसमें आलोक शुक्ला का आता हैं जो कांग्रेस से टिकट की चाहत रखते है।
भाजपा का मिशन 230

भाजपा के वरिष्ट नेताओं ने इस वार 230 का मिशन बनाया है। ऐसे में भाजपा कोई कसर नहीं छोडना चाहती है। भाजपा के मिशन 230 की बात करे तो एक एक सीट भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है। जातिवाद और टिकट की अधिक दावेदारों के कारण यह मिशन संभव नही है। अभी तक टिकट की चाह के कारण सिंधिया समर्थक पुराने कांग्रेसियो ने अपनी घर वापसी कर ली है,इससे कही ना कही भाजपा को नुकसान अवश्य हुआ है।