आधे अधूरे काम का नपा ने कर दिया 1.80 करोड़ का भुगतान, अभी भी तलैया की पार पर चल रहा गुणवत्ताहीन कार्य

 आधे अधूरे काम का नपा ने कर दिया 1.80 करोड़ का भुगतान, अभी भी तलैया की पार पर चल रहा गुणवत्ताहीन कार्य  

शिवपुरी। शहर के पोहरी बस स्टैण्ड के पीछे करोडो रुपए खर्च कर बनाई जा रही तलैया पर गुणवत्तहीन काम किया जा रहा है तलैया की पार पर पिचिंग होना था लेकिन किस प्रकार की पिंचिग होना है कोई पता नहीं है ठेकेदार अपने हिसाव से खड्डा बोल्डर डाल कर पार लगवा रहा है पत्थरो के बीच में जो घेप है उसमें भी मिट्टी भरने का काम किया जा रहा है इस गटिया निर्माण कार्य को देखकर ऐसा लगता है कि यह पहली ही बरसाल में वह कर तालाब में ही समा जाएगे खास बात यह है कि इस निर्माण कार्य को देखने के लिए नगर पालिका के इंजीनियर सचिन चौहान भी अभी नहीं पहुंचे है बल्कि यह निर्माण कार्य नगर पालिका से करीब दो किलो मीटर की दूरी पर ही चल रहा है। इस तलैया को बनाने के लिए 4 करोड़ रुपए से अधिक का प्रस्ताव बनाया और 40 प्रतिशत आधा-अधूरा काम कर पौने दो करोड़ रुपए की राशि का भुगतान भी दीवाली से पहले ठेकेदार को नगर पालिाक के द्धारा कर दिया गय है। जबकि इस काम को रोकने के आदेश 4 माह पूर्व कलेक्टर ने दे दिए थे। इसके बाद भी करोड़ो रुपए की राशि का बंदरबाट बिना किसी रोक टोक के जारी है।

मनियर तालाब के जीर्णोद्वार के लिए आया था बजट
बता दें कि करीब 6 माह पूर्व शहर के मनियर तालाब के जीर्णोद्वार के लिए 5 करोड़ रुपए की राशि नगर पालिका के पास नगरीय प्रशासन मंत्रालय भोपाल से आई थी, लेकिन जिम्मेदारो ने इस राशि का उपयोग मनियर तालाब के जीर्णोद्वार पर नहीं किया, बल्कि करोड़ों रुपए का बजट ठिकाने लगाने के लिए नए बस स्टैण्ड के पीछे अवैध रूप से मुरम खुदाई से बने गड्ढे को ही तलैया बनाने के लिए 4 करोड़ 23 लाख रुपए खर्च करने का प्रस्ताव बना डाला। इतना ही नहीं आनन-फानन में इस काम का टेंडर किया और ठेकेदार गौरव बंसल ने उस जगह पर निर्माण कार्य कराते हुए आधा-अधूरा काम कर तलैया बना दी। घटिया काम होने के बाद भी नगर पालिका शिवपुरी ने ठेकेदार को दीवाली से पहले उस काम का एक करोड़ 80 लाख रुपए का भुगतान भी कर दिया। महत्वपूर्ण बात यह है कि जब यह काम चल रहा था तब कलेक्टर रविन्द्र चौधरी ने इसका निरीक्षण किया तो उन्होंने इस काम को गलत बताते हुए तत्काल प्रभाव से बंद करने की बात बोलते हुए इस काम का भुगतान आदेश भी तत्कालीन सीएमओ केशव सगर को दिए थे। पर जैसे ही मामला शांत हुआ तो इस जबरदस्ती के काम का 1.80 करोड़ रुपए का भुगतान हो गया तथा काम अभी 40 फीसदी पूर्ण ही होना बताया जा रहा है
कई तालाबो का हो सकता था जीर्णोद्वार
बता दें कि जो राशि नगर पालिका ने पहले से मुरम के लिए खोदे गए गड्ढे को तलैया बनाने में खर्च की है। उतनी राशि में शहर सहित आसपास के सभी तालाबों का जीर्णोद्वार हो सकता था, लेकिन करोड़ो रुपए की राशि का बंदरबाट करने के लिए इस तलैया को बनाने के लिए 4 करोड़ 23 लाख रुपए का प्रस्ताव पारित कर उस पर काम करते हुए 1 करोड़ 80 लाख रुपए का भुगतान भी कर दिया गया है।

आपने कहा
अभी हमें पिचिंग का काम करने के लिए बोला गया है और भी कई काम होना है जैसे सेप्टी के लिए रेलिंग,गार्डन लाईट आदि काम होना है टेंडर के समय नियम शर्ते थी लेकिन उनमें चेंजिग की गई है अभी अध्यक्ष ने इस काम को करने की बोला है कलेक्टर सहाब ने कुछ राशि मनियर तालाब पर खर्च करने के लिए बोला था।
गौरव बंसल ठेकेदार

आपने कहा
इस काम पर पहले कलेक्टर महोदय ने रोक लगाई थी लेकिन अब भोपाल से आदेश आया है इसके बाद यह काम चालू है अगर गुणवत्ताहीन कार्य किया जा रहा है तो में अपना इंजीनियर से दिखवा लेता हूँ।
इंशात धाकड़ नगर पालिका सीएमओं