एसडीएम के आदेश पर मंडी सचिव ने पांच व्यापारियो के भूखण्ड निरस्त कर जमा राशि को किया राजस्व, वर्ष 2018 में व्यापारियों को 72 भूखंड आवंटित किए थे जिसमे अनियमित्तयां पाई गई थी
एसडीएम के आदेश पर मंडी सचिव ने पांच व्यापारियो के भूखण्ड निरस्त कर जमा राशि को किया राजस्व, वर्ष 2018 में व्यापारियों को 72 भूखंड आवंटित किए थे जिसमे अनियमित्तयां पाई गई थी
शिवपुरी। शिवपुरी कृषि उपज मंडी में एसडीएम उमेश कौरव ने 17 अक्टूबर को निरीक्षण कर मंडी में आवंटित किए गए भूखण्डो में अनियमित्तयां पाई थी इसके बाद एसडीएम ने भूखंडों की जांच के आदेश मंडी सचिव देवेंद्र जादौन को दिए थे मामले में मंडी सचिव ने जांच कर पांच व्यापारियों के भूखण्डों को निरस्त कर दिया है साथ ही उनकी एडवांस राशि को भी राजस्व करने की कार्यवाही की गई है। सचिव ने बताया कि मामले में जब जांच की गई तो काफी समय लग गया हालांकि जांच 7 दिन में करनी थी लेकिन अब मामले में मेरे द्वारा जांच कर पांच व्यापारियों के भूखण्डों को निरस्त कर जमा राशि को राजस्व किया है।
यह था पूरा मामला
शिवपुरी एसडीएम उमेश कौरव ने 17 अक्टूबर को कृषि उपज मंडी पिपरसमा में व्यापारियों के हंगामा करने पर मौके पर पहुंचकर व्यापारियों की समस्याएं सुनी थी लेकिन सदस्यों में एक मामला मंडी व्यापारियों को आवंटित किए गए भूखडो का भी उठा जिसमें पता चला की वर्ष 2018 में ही करीब 72 भूखंड आवंटित कर दिए गए है लेकिन इनमें कुछ ऐसे व्यापारी है जो कभी यहां उपज खरीदने आते ही नहीं हैं। एसडीएम उमेश कौरव ने ऐसे व्यापारियों की जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए थे। एसडीएम ने आवंटन की फाइल मंगाई थी जिसमें उल्लिखित शर्तों का अध्ययन करने के उपरांत एसडीएम ने मंडी सचिव को निर्देश दिए कि व्यापारी अगर मंडी में खरीद नहीं कर रहे हैं। साथ ही अगर उन्होंने वर्ष 2018 में आवंटित किए गए प्लाट्स पर दुकानें नहीं बनाई है, तो नियमानुसार उनके आवंटन को निरस्त किया जाए। एसडीएम ने कहा कि इसके अलावा भी इसमें कई नियम हैं जिनके आधार पर भूखंड के आवंटन को निरस्त किया जा सकता है।
आपने कहा
एसडीएम सर के आदेश पर मामले की जांच की गई है इसमें पांच व्यापारियों के भूखण्डो को निरस्त कर उनकी जमा राशि को राजस्व करने की कार्यवाही की गई है।
देवेन्द्र जादौन कृषि उपज मंडी सचिव शिवपुरी
यह था पूरा मामला
शिवपुरी एसडीएम उमेश कौरव ने 17 अक्टूबर को कृषि उपज मंडी पिपरसमा में व्यापारियों के हंगामा करने पर मौके पर पहुंचकर व्यापारियों की समस्याएं सुनी थी लेकिन सदस्यों में एक मामला मंडी व्यापारियों को आवंटित किए गए भूखडो का भी उठा जिसमें पता चला की वर्ष 2018 में ही करीब 72 भूखंड आवंटित कर दिए गए है लेकिन इनमें कुछ ऐसे व्यापारी है जो कभी यहां उपज खरीदने आते ही नहीं हैं। एसडीएम उमेश कौरव ने ऐसे व्यापारियों की जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए थे। एसडीएम ने आवंटन की फाइल मंगाई थी जिसमें उल्लिखित शर्तों का अध्ययन करने के उपरांत एसडीएम ने मंडी सचिव को निर्देश दिए कि व्यापारी अगर मंडी में खरीद नहीं कर रहे हैं। साथ ही अगर उन्होंने वर्ष 2018 में आवंटित किए गए प्लाट्स पर दुकानें नहीं बनाई है, तो नियमानुसार उनके आवंटन को निरस्त किया जाए। एसडीएम ने कहा कि इसके अलावा भी इसमें कई नियम हैं जिनके आधार पर भूखंड के आवंटन को निरस्त किया जा सकता है।
आपने कहा
एसडीएम सर के आदेश पर मामले की जांच की गई है इसमें पांच व्यापारियों के भूखण्डो को निरस्त कर उनकी जमा राशि को राजस्व करने की कार्यवाही की गई है।
देवेन्द्र जादौन कृषि उपज मंडी सचिव शिवपुरी
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